सलमान खान केस : आरोपियों के पास थीं 40 गोलियां, फायरिंग के बाद 3 बार बदले थे कपड़े

3

Salman Khan House Firing Case: पुलिस ने बताया कि सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों के पास कुल 40 गोलियां थी. इसमें से 5 फायरिंग में इस्तेमाल की गई. 17 कारतूस बरामद किए गए हैं. बाकी 18 गोलियों की तलाश जारी है.

मुंबई: 

सलमान खान (Salman Khan) के घर के बाहर हुई फायरिंग (Salman Khan House Firing Case)के मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने आरोपी सागर पाल और विकी गुप्ता के लिए 4 दिनों की कस्टडी की मांग की थी. कोर्ट ने दोनों को 29 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में भेजा है. क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) ने कोर्ट में कहा कि वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपियों ने अपने कपड़े 3 बार बदले थे. आरोपियों ने मुंबई में फायर कर भागते समय पहले बांद्रा में, फिर संताक्रूज और उसके बाद सूरत में कपड़े बदले थे. उन्होंने अपना हुलिया भी बदलने की कोशिश की, ताकि वो पहचाने न जा सके.

इन दोनों आरोपियों ने सलमान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के सामने 14 अप्रैल की सुबह 5 बजे फायरिंग की थी. दोनों बाइक पर सवार होकर आए और 5 राउंड फायर किए. फायरिंग के वक्त सलमान अपने घर में ही थे. घटना के बाद सलमान के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.

आरोपियों के पास थी कुल 40 गोलियां
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों के पास कुल 40 गोलियां थी. इसमें से 5 फायरिंग में इस्तेमाल की गई. 17 कारतूस बरामद किए गए हैं. बाकी 18 गोलियों की तलाश जारी है. सरकारी वकील ने कहा कि इन आरोपियों को कौन फंडिंग कर रहा है, इसकी भी जांच की जानी है.

सलमान से नहीं थी कोई दुश्मनी
सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा कि ये दोनों आरोपी बिहार के रहने वाले हैं. ऐसे में इन दोनों को कौन फाइनेंस कर रहा था? हमें ये पता लगाना है. वकील ने बताया, “इन दोनों की सलमान खान से कोई दुश्मनी नहीं थी, तो इन दोनों ने उनके घर पर फायरिंग क्यों की? उन्हें कौन और कैसे आदेश दे रहा था… ये पता लगाना है. राजस्थान, पंजाब, हरियाणा से आखिर कौन इनके संपर्क में है और कैसे? जो संपर्क में है, उनका बैकग्राउंड क्या है, ये जानना जरूरी है.”

आरोपियों के पास से मिला एक मोबाइल फोन
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास दो मोबाइल थे. एक मोबाइल मिला है, दूसरे की तलाश की जा रही है. आरोपी मोबाइल के जरिए किसी तीसरे शख्स के संपर्क में थे. ये लोग किसी वाईफाई का इस्तेमाल कर इंटरनेट चला रहे थे. इसकी भी जांच करनी है.”

आरोपियों के वकील ने मांगी जेल कस्टडी
वहीं, आरोपियों के वकील ने कोर्ट में कहा कि आरोपी जांच में सहयोग कर रहे हैं. उन्हें जितना पता था, वो सब पुलिस को बताया है. इस वजह से उन्हें जेल कस्टडी में भेज दिया जाए.

पनवेल फार्म हाऊस के पास भी रुके थे आरोपी
दोनों आरोपी सलमान खान के पनवेल फार्म हाऊस से 10 किलोमीटर की दूरी ही रुके हुए थे. ऐसे में यह सवाल भी खड़ा होता है कि क्या वे फार्म हाउस को ही टारगेट करना चाहते थे.

पुलिस को इंटरनेशनल रैकेट का शक
पुलिस ने दलील दी कि यह एक इंटरनेशनल रैकेट है. इनका बिहार और गुजरात से भी कनेक्शन है. हम अपनी जांच का दायरा हरियाणा, पंजाब, यूपी, बिहार और गुजरात तक बढ़ाना चाहते हैं.

अनमोल बिश्नोई के खिलाफ LOC जारी करने की अर्जी
इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर गैंगस्टर लोरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के खिलाफ LOC जारी करने का आवेदन किया. अनमोल बिश्नोई ने सलमान खान के घर के बाहर जिस दिन फायरिंग हुई, उसके कुछ घंटों के बाद इसकी जिम्मेदारी फेसबुक पर बने एक उसी के नाम की प्रोफाइल के माध्यम से ली थी.

You may have missed

बलरामपुर : 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य बलरामपुर 22 जनवरी 2025/ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि कार्यालय परिवहन आयुक्त नवा रायपुर के द्वारा 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगाये जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी ने आम नागरिकों से कहा है कि जिनका भी वाहन 01 अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत है वह हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह अपने वाहन में लगवायें। अपने वाहनों में सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लिए परिवहन विभाग के वेबसाईट सीजी ट्रांस्पोर्ट डॉट जीओव्ही डॉट ईन में जाकर ऑनलाईन आवेदन कर अपने नजदीकी वाहन डीलर से 19 मार्च 2025 तक लगवा सकते हैं। निर्धारित तिथि तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरणर चिन्ह नहीं लगवाने पर मोटर अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लाभ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने से वाहन मालिकों को कई लाभ प्राप्त होते हैं। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट सभी वाहन को एक यूनिक पहचान देते हैं, जिससे वाहन के मालिक का पता लगाना आसान होता है। साथ ही यह अपराधों के रोकथाम और जांच में मददगार होता है। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट को निकाला नहीं जा सकता, जिससे वाहन चोरी होने की आशंका कम होती है। साथ ही कलर रिफ्लेक्टिव होते हैं, जिससे लाईट पड़ने पर अंक और अक्षर चमकते हैं और सीसीटीवी कैमरा में आसानी से चिन्हांकित हो जाता है।