महासमुन्द : विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर 100 विशेष पिछड़ी जनजाति युवक युवतियों को सौंपा गया नियुक्ति प्रमाण-पत्र

07 सामुदायिक वन अधिकार संसाधन पत्र, 65 व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र सहित ग्राम बोकरामुड़ा खुर्द को आदर्श ग्राम हेतु प्रमाण पत्र वितरित
देश में सर्वाधिक वन अधिकार पत्र देने वाला राज्य है छत्तीसगढ़ – मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री यादव
देश के 74% वनोपज खरीदने वाला छत्तीसगढ़ अकेला राज्य -संसदीय सचिव श्री चंद्राकर
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन
महासमुन्द 09 अगस्त 2023
विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त के अवसर पर आज यहां 100 विशेष पिछड़ी जनजाति कमार, भुंजिया के पात्र युवक युवतियों को सरकारी सेवा हेतु नियुक्ति प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। साथ ही 62 व्यक्तिगत वनाधिकार पट्टा, 07 सामुदायिक वन संसाधन पत्र एवं ग्राम बोकरामुड़ा खुर्द को आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में प्रशस्ति प्रमाण पत्र सौंपा गया। इसके अलावा जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति से 5 हितग्राहियों को कुल 5 लाख 20 हजार रुपये का लोन चेक वितरित किया गया। वन अधिकार पत्र में बेहतर कार्य के लिए सृजन समाज सेवी संस्था महासमुन्द को भी प्रमाण पत्र दिया गया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम ग्राम खैरा स्थित मंगल भवन में सुबह 11 बजे से आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव एवं खल्लारी विधायक श्री द्वारिकाधीश यादव, समारोह के अध्यक्ष संसदीय सचिव एवं महासमुंद विधायक श्री विनोद चंद्राकर व कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती राशि महिलांग, जिला पंचायत सदस्य श्री जुगनू चंद्राकर, जनपद उपाध्यक्ष महासमुंद श्रीमती त्रिलोकी ध्रुव, श्री अमर चंद्राकर, मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे, लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष श्री प्रमोद चंद्राकर, श्री मोतीराम, श्री कौशल नेताम मौजूद थे ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव ने कहा कि सयुंक्त राष्ट्र संघ द्वारा 9 अगस्त 1882 को आदिवासी हितों की रक्षा और अधिकार देने के लिए विश्व आदिवासी दिवस की घोषणा की गई थी। आदिवासी ही मूल निवासी है। राज्य में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आदिवासी हितों के सरंक्षण और संस्कृति के पोषण के लिए काम कर रहे हैं।उन्होने कहा कि बस्तर के लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की सैंकड़ो एकड़ जमीन वापस किया। तेंदूपत्ता संग्रहण का दर प्रति मानक बोरा 2500 से बढ़कर 4000 रुपये कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आपके घर आंगन में नल पहुंचा दिया। मुख्य अतिथि ने कहा कि आज आदिवासी गर्व और विश्वास के साथ जीवन जी रहे हैं। ये सब राज्य के मुख्यमंत्री की सोच का परिणाम है। उन्होंने विश्व आदिवासी दिवस पर राज्य सरकार द्वारा दी गई अवकाश पर आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष संसदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक श्री विनोद चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री आदिवासी के हित के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। लगातार तीन साल तक आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया है। तेंदूपत्ता के संग्रहण में राज्य में आदिवासियों की सर्वाधिक भूमिका है। आज देश का 74 प्रतिशत लघु वनोपज राज्य सरकार खरीद रही है। पहले 7 प्रकार के वनोपज खरीदी कर रहे थे आज 67 प्रकार के वनोपज खरीद रहे हैं। पहले महुआ के बदले नमक देते थे आज उसका समर्थन मूल्य घोषित किया गया है। राज्य की संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाने का कोई काम किया है तो वो है मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल हैं। उन्होने आज विश्व आदिवासी दिवस की सभी जनों को बधाई दी।
इस अवसर पर कार्यक्रम को लघु वनोपज के जिलाध्यक्ष श्री प्रमोद चंद्राकर, जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती त्रिलोकी ध्रुव व जिला पंचायत सदस्य श्री जागेश्वर चंद्राकर ने सम्बोधित किया। समारोह में कलेक्टर श्री प्रभात मलिक, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेंद्र सिंह, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर दुर्गेश वर्मा, निर्भय साहू ,आदिवासी विभाग की सहायक आयुक्त शिल्पा साय एवं बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के प्रतिनिधि व हितग्राही और नागरिक मौजूद थे।
समारोह में जिन विशेष पिछड़ी जनजातियों को शासकीय सेवा में नियुक्ति प्रमाण पत्र सौंपा गया उनमें से 100 कमार एवं भुजिया समाज के युवक युवतियां शामिल है। ग्राम जोरातराई की युवती आशा नेताम ने बताया कि उन्हें शिक्षा विभाग में नियुक्ति मिली है। उन्होंने बताया कि वे बीएससी बायोलॉजी पढ़ी है। आज नियुक्ति मिली तो खुशी का ठिकाना नही रहा। वे कमार भूमिहीन परिवार से सम्बन्ध रखती है। उनका माता पिता बांस का काम करता है।इसी तरह भुजिया समाज के भूपेश जसपाल ने बताया कि उनका चयन प्रयोगशाला सहायक के रूप में हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को इस निर्णय के लिए धन्यवाद दिया है।