पेयजल प्रदाय योजनाओं को जल आबंटन में सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए: मुख्य सचिव
राज्य जल संसाधन उपयोग समिति की बैठक सम्पन्न
रायपुर: मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने राज्य की विभिन्न पेयजल प्रदाय योजनाओं हेतु जल आबंटन सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में छत्तीसगढ़ राज्य जल संसाधन उपयोग समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जल जीवन मिशन, मिशन अमृत 2.0 सहित विभिन्न उद्योगों को जल प्रदाय की स्वीकृति हेतु विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य सचिव ने राज्य के विभिन्न जलाशयों और अन्य जल स्त्रोतों में पेयजल, सिंचाई, औद्योगिक प्रयोजन सहित अन्य प्रयोजन हेतु जल की उपलब्धता के संबंध में अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने जल स्त्रोतों से जल आबंटन एवं उपयोग से राजस्व प्राप्ति की स्थिति की भी जानकारी ली। राज्य जल संसाधन उपयोग समिति की बैठक में राज्य की कुल 37 पेयजल प्रदाय योजनाओं से जल प्रदाय के विभागीय प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
राज्य जल संसाधन उपयोग समिति की बैठक में विभिन्न औद्योगिक संस्थानों को विभिन्न जलाशयों एवं अन्य जल स्त्रोतों से उनके उद्योग प्रयोजन हेतु जल आबंटन स्वीकृति हेतु विस्तार से चर्चा हुई। इनमें मेसर्स फिल स्टील एण्ड पॉवर प्राईवेट लिमिटेड बिलासपुर को अरपा नदी से, मेसर्स बी.के. इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड रायपुर को महानदी के समोदा बैराज से और मेसर्स एन.के.जे. बॉयोफ्यूल्स प्राइवेट लिमिटेड दुर्ग को एथेनाल संयंत्र हेतु रहंगी जलाशय से जल आबंटन स्वीकृति के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई। इसी प्रकार मेसर्स रायगढ़ इस्पात एण्ड पॉवर प्राइवेट लिमिटेड को भू-जल आहरण की स्वीकृति, मेसर्स रामा एग्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड रायपुर को इंद्रावती नदी से एथेनाल संयंत्र हेतु और मेसर्स शौर्य इस्पात प्राइवेट लिमिटेड रायपुर को कोल्हान नाला स्टापडेम से जल आबंटन के संबंध में चर्चा हुई। बैठक में मेसर्स एन.आर.स्टील एण्ड फेरो प्राइवेट लिमिटेड रायगढ़ भू-जल आहरण की स्वीकृति प्रदान करने चर्चा की गई।