जिला स्तरीय प्रतियोगिता से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के चौथे चरण की शुरूआत

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छत्तीसगढ़िया ओलंपिक

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छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तीन चरण की प्रतियोगिता के समापन के उपरांत अब जिला स्तर पर यह स्पर्धा आयोजित होगी। 27 अगस्त से शुरू होने वाली चौथे चरण की इस प्रतियोगिता का समापन 04 सितंबर का होगा। जिला स्तरीय प्रत्येक खेल प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागी एवं दल आयुवार एवं वर्गवार संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल के मार्गदर्शन पर वर्ष 2022 को शुरू की गई पहली छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को अभूतपूर्व लोकप्रियता मिली थी। बूढ़े, बच्चों एवं महिलाओं ने इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। दिव्यांगजनों ने भी इस ओलंपिक में भाग लिया और कई प्रतिस्पर्घा के विजेता भी रहे। अभी चल रहे छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को लेकर लोगों का उत्साह देखते ही बनता है। मुख्यमंत्री श्री  बघेल ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लंबी कूद, 100 मीटर दौड़ एवं कुश्ती के खेल में 18 से 40 वर्ष की आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने की घोषणा की है। यह प्रावधान इसी सत्र से लागू होगा।

जिला स्तर की स्पर्धा में तीसरे चरण में आयोजित विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तरीय प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागी एवं दल शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता के समापन के बाद पांचवे चरण में संभाग स्तर पर स्पर्धा 10 सितंबर से 20 सितंबर तक और अंतिम में राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं 25 सितंबर से 27 सितंबर तक आयोजित होंगी। इस वर्ष छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत हरेली त्योहार के दिन 17 जुलाई से हुई। राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर हुई पहले चरण की इस प्रतियोगिता का समापन 22 जुलाई का हुआ।  दूसरे चरण में जोन स्तरीय प्रतियोगिता  का आयोजन 26 जुलाई से 31 जुलाई तक एवं तीसरे चरण में विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर की प्रतियोगिताएं 18 अगस्त से 23 अगस्त तक आयोजित की गई थी।

छत्तीसगढ़ के 16 पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित की जा रही है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं।

बलरामपुर : 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाना अनिवार्य बलरामपुर 22 जनवरी 2025/ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि कार्यालय परिवहन आयुक्त नवा रायपुर के द्वारा 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगाये जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी ने आम नागरिकों से कहा है कि जिनका भी वाहन 01 अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत है वह हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह अपने वाहन में लगवायें। अपने वाहनों में सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लिए परिवहन विभाग के वेबसाईट सीजी ट्रांस्पोर्ट डॉट जीओव्ही डॉट ईन में जाकर ऑनलाईन आवेदन कर अपने नजदीकी वाहन डीलर से 19 मार्च 2025 तक लगवा सकते हैं। निर्धारित तिथि तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरणर चिन्ह नहीं लगवाने पर मोटर अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने के लाभ जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाने से वाहन मालिकों को कई लाभ प्राप्त होते हैं। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट सभी वाहन को एक यूनिक पहचान देते हैं, जिससे वाहन के मालिक का पता लगाना आसान होता है। साथ ही यह अपराधों के रोकथाम और जांच में मददगार होता है। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह नम्बर प्लेट को निकाला नहीं जा सकता, जिससे वाहन चोरी होने की आशंका कम होती है। साथ ही कलर रिफ्लेक्टिव होते हैं, जिससे लाईट पड़ने पर अंक और अक्षर चमकते हैं और सीसीटीवी कैमरा में आसानी से चिन्हांकित हो जाता है।

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