चांद के बाद भारत का अगला लक्ष्य सूर्य, आदित्य-L1 सोलर एटमोस्फेयर का करेगा अध्ययन
मिशन चंद्रयान-3 की सफलता से देशभर में उत्सव का माहौल है. उधर, प्रज्ञान रोवर चंद्रमा पर प्रयोग कर रहा है, इधर, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने अपनी नजरें अपने अगले लक्ष्य – सूर्य पर लगा दी हैं. सोलर रिसर्च के लिए भारत की पहली अंतरिक्ष वेधशाला, आदित्य-L1, श्रीहरिकोटा में (देश के मुख्य स्पेसपोर्ट) पर लॉन्च के लिए तैयार हो रही है.
आदित्य-L1 अंतरिक्ष यान को सोलर कोरोना का रिमोट ऑबजर्वेसन प्रदान करने और सोलर एटमोस्फेयर का अध्ययन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
अंतरिक्ष यान बड़े पैमाने पर सोलर विंड का अध्ययन करेगा, जो पृथ्वी पर अशांति पैदा कर सकती हैं और आमतौर पर “औरोरा” के रूप में देखी जाती हैं.
लंबी समय में, मिशन का डेटा पृथ्वी के जलवायु पैटर्न पर सूर्य के प्रभाव को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकता है.